त्यौहार

वैश्विक उत्सव दशहरा और रामलीला

संजय तिवारी शारदीय नवरात्र में दशहरा और रामलीलाओं का अद्भुत संयोग है। रामलीला के बिना दशहरा उत्सव को न तो समझा जा सकता है और नहीं इसको अनुभव किया जा सकता है। भारत ही नहीं बल्कि दुनिया में कई ऐसे देश हैं जहां रामलीलाओं का आयोजन प्रतिवर्ष होता है। भारत तो भगवान् श्रीराम की अपनी भूमि है इसलिए उनके जीवन ...

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शक्तिपीठों का प्रादुर्भाव और शक्ति साधना

संजय तिवारी सनातन जीवन संस्कृति का एक एक क्षण महत्वपूर्ण है। इसीलिए इस संस्कृति का जीवन दर्शन पूर्ण विज्ञान है। पूरे श्रावण मास में सृष्टि के नियंता भगवान शिव की साधना के बाद पितरों का तर्पण और फिर जीवन संचालन के लिए शक्ति की साधना। यह क्रम बहुत सोच समझ कर हमारे पुरखों ने हमे उपलब्ध कराया है। आज से ...

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प्रस्तावना – भारत के उत्सव

भारत के उत्सव

“Man is made in the image of God” मशहूर कवी और साहित्यक शेक्सपियर यह बात कही है| ऐसा कहके उन्होंने इस धरा पर मानव का महत्व बढ़ाया है। इतना ही नहीं भगवान खुद गीता में अपने मुख से मानव जाति को बिरदाते हुए “ममैवंशो जिव लोके ….” कहा है। यानि भगवान की उत्कृष्ट ऐसी कलाकृति यानि मनुष्य।  भगवान ने जब ...

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दीपावली

भारतीय त्योहारों में हिंदु केलेंडर के अनुसार सबसे अंत मे आनेवाला और सबसे महत्वपूर्ण ऐसा त्यौहार यानी दीपावली। यह त्यौहार वैसे पांच दिन का होता है। दीवाली यानि दीपोत्सव का त्यौहार। वैसे तो इन दिनों अश्विन मास की अमावस्या होने के कारण काला अंधकार होता है। किंतु हर घर के आँगन में सजाये गए दियो की रौशनी से पूरा महोल्ला ...

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भाई-दूज

नए साल का उत्सव उत्साह पूर्ण से मना लेने के बाद मानवी जीवन जोश से, पूरे विश्व का प्यार स  स्वागत करते हुए,  नए साल का शुभारम्भ हो जाता है।  उसके दुसरे दिन, यानि द्वितीया के दिन विश्व में, बेजोड़ ऐसा माना जाने वाला भाई दूज का त्यौहार भारतीय संस्कृति ने विश्व को दिया है। अपनी पत्नी को छोड़ पूरे ...

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मकर संक्रान्ति

भारत के ऋषियों ने बहुत सोच समझ के विज्ञानं को धर्म के साथ जोड़ के उसे उत्सवों का रूप दे दिया और शुष्क इसे मानव जीवन में उत्साह और उमंग भरने का प्रयास करते दिख रहे है। हिंदु धर्म और केलेंडर के अनुसार हमारे हर महीने में कोई न कोई त्यौहार आता दिखाई देता है। त्यौहार ही तो है रोजिंदी ...

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नव वर्ष

नये साल का सबको बेसब्री से इन्तजार रहता है। स्वाभाविक ही है, उस दिन घर में सब कुछ नया होता है। घर की सजावट से लेकर कपडे, खाना अपने अपने देव घरों में जाना। सब में नयापन होता है। नया साल यानि नए संकल्प, नया निर्णय लेने का दिन। अपने उदेश्यों के मार्ग पर पुनः कटिबद्ध होकर चलने का दिन ...

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