खूबसूरत बागों का शहर श्रीनगर

श्री-नगर घूमने के लिए बहुत ही बढ़िया जगह है। अगर आप किसी ठंडी जगह पर घूमने जाने की सोच रहे हैं, तो श्री- नगर आपके लिए बहुत ही बढ़िया जगह है। श्री-नगर दो शब्दों के मेल से बना श्री और नगर श्री का अर्थ है धन और नगर का अर्थ है शहर, यानि की पैसो का शहर। 5वी सदी के बाद यहाँ कई सारे मुगल बादशाह आये जिन्हों ने यहाँ कई सारे खूबसूरत बागों का निर्माण किया। जिस ने श्री-नगर की तो शोभा ही बढ़ा दी। इस के इलावा यहाँ पर सुंदर रंग बिरंगे फूल, सुहावना मौसम, पहाड़ और बर्फ की चोटिया देखने को मिलेगी जो श्री-नगर की खुबसुरती में चार चांद लगाती हैं। इस लिए ही श्री-नगर को स्वर्ग का द्वार कहा जाता है। अगर आप खरीदी करने के शौकीन हैं, तो आपको यहाँ अलग अलग और बढ़िया चीज़े देखने को मिलेगी, जैसे की चांदी के गहने, हाथों से बनाये खिलौने और घर को सजाने की चीज़ें और यहा पर जो शाल मिलती है उसके बारे में तो कहा जाता है कि वह शाल इतनी मुलायम होती है कि एक अंगूठी में से भी आसानी से बाहर निकल जाती है। श्री-नगर देखने में जितना खूबसूरत है, यहा का खाना भी उतना ही स्वादिष्ट होता है। आपको यहाँ हर प्रकार का मांसाहारी और शाकाहारी भोजन मिल जायेगा। श्री-नगर घूमने का सही समय फरवरी से अगस्त तक का होता है। क्योंक़ी ज्यादा सर्दी के मौसम में यहाँ बहुत स्नोव्फॉल होती है, जिस वहज से यहाँ के कई रास्ते बंद कर दिए जाते हैं।

 

श्रीनगर में घूमने के लिए और खरीदी करने के लिए कुछ बढ़िया बाजार :-

1). लाला चोंक/घंटा घर (Lala Chonk/Ghanta Ghar)

2). रघुनाथ बाजार (Raghunath Bazar)

3). पोलो व्यू मार्किट (Polo View Market)

4). रेजीडेंसी रोड (Residency Road)

5). बादशाह चोंक (Badshah Chonk)

 

श्री-नगर में घूमने और देखने के लिए बढ़िया स्थल :-

डल झील (Dal Lake)

ग्रंथो के अनुसार डल झील को “महासिरत्” भी कहा जाता है। डल झील में आप शिकारा का मजा ले सकते हैं। और शिकारा पर घूमते हुए आप देखेगे की कैसे सारा बाजार ही डल झील के ऊपर तैर रहा है। वह नजारा बहुत ही खूबसूरत होता है, और देखने लायक होता है। डल झील में घूमने का समय जुलाई से अगस्त के बीच का होता है। वह समय बहुत ही उत्तम माना जाता है घूमने के लिए। क्योंकी वह ज्यादा सर्दियों में डल झील का पानी जम जाता है। ऊंचे पहाड़, साफ निर्मल पानी और पानी पर तैरते कमल के फूल डल झील की खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं। डल झील के किनारे पर कई सारे होटल और शालीमार बाग मौजूद है।

परी महल (Pari Mahal)

पारी महल की रचना प्रसिद्ध मुगल बादशाह “शाहजहां” के बड़े पुत्र दारा शिकोह द्वारा की गई थी। और इसकी लंबाई और चौड़ाई लगभग 122 मीटर और 62.5 मीटर है। पहले के समय में पारी महल, ज्योतिष शास्त्र और खगोल विज्ञानं सिखाने का एक मुख्य केंद्र था। पारी महल को क्‍वानटिलॉन के नाम से भी जाना जाता है, और तो और इसे परियों का घर भी कहा जाता है।

पारी महल श्री-नगर से 11 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है।

चश्मे शाही बाग (Chasme Shahi Bagh)

चश्मे शाही बाग की लंबाई 108 मीटर है और इसकी चौड़ाई 38 मीटर है। चश्मे शाही बाग को “शाही जलस्रोत” के नाम से भी जाना जाता है। चश्मे शाही बाग का निर्माण मुगल “बादशाह शाहजहां” के द्वारा करवाया गया था, सन 1632 में। मुगल बादशाह शाहजहां ने इस बाग़ को इस लिए बनवाया था ता जो वह अपने बड़े बेटे राजकुमार “दारा शिकोह” को तोहफे के रूप में दे सके। बगीचे में बहते एक प्राकृतिक जलस्रोत के ऊपर इस बाग़ का नाम रखा गया था। चश्मे शाही बाग बहुत ही खूबसूरत है। यहाँ की स्वच्छ वायु, रंग बिरंगे फूल और हरे भरे मैदान आपको कभी ना भूलने वाले पल देते हैं।

निशात बाग (Nishat Bagh)

निशात बाग का निर्माण “असफ खान” द्वारा किया गया था। असफ खान सम्राट “जहागीर” की पत्नी महारानी “नुरजहा’ के बड़े भाई थे। इस बाग की रूप रेखा असफ खान द्वारा ही रची गई थी। यह बाग बहुत ही खूबसूरत है। यहाँ का मनोरम दृश्य और यहाँ की हरियाली आपको बहुत आकर्षित करेगी। इस बाग को श्री-नगर के सभी बागों में सबसे खूबसूरत माना जाता है। और यह मुगलो द्वारा बनाया गया दूसरा बाग़ है। इसकी खूबसूरती बिलकुल वैसे ही है, जैसे मुगलो के समय में थी।

शालीमार बाग (Shalimar Bagh)

शालीमार बाग बहुत ही खूबसूरत और लोगो का पसंदीदा बाग है। शालीमार बाग में “सुसज्ज्ति चिनार” के पेड़ो की संख्या बाकि के बागों से ज्यादा पाई जाती है। इस के इलावा पानी की नहरे, रंग बरिंगे फूल,और फव्वारे को देखने से ख़ुशी का एहसास होता है। और इसके इलावा डल झील का किनारा और हिमालय पर्वत का नजारा इस बगीचे की खूबसूरती में चार चांद लगा देता है। मुगल सम्राट “जहांगीर” ने अपनी पत्नी “नूरजहा” के लिए इस बाग का निर्माण करवाया था। इस लिए इसको “प्रेम का बाग” और “रॉयल गार्डन” भी कहा जाता है।

टयूलिप गार्डन (Tulip Garden)

टयूलिप गार्डन श्री-नगर से 8 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है। टयूलिप गार्डन का पूरा नाम इंदिरा गांधी टयूलिप गार्डन है। यह टयूलिप गार्डन श्री-नगर के बहुत से प्रसीद बगीचों में से एक है। अगर आप यहाँ घूमना चाहते हैं तो आपको प्रवेश करने के लिए कुछ पैसे देने होंगे, अगर आप बड़े है तो आपको 50रु की Entry Ticket खरीदनी होगी। अगर आप किसी बचे की Entry Ticket खरीदना चाहते हैं तो आपको उसके लिए 20रु देने होंगे। यह गार्डन 90 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है। और यहाँ हर साल अप्रैल के महीने में 7 दिनों तक एक टयूलिप समारोह चलता है।

Note :- अगर आप श्री-नगर घूमना चाहते हैं तो एक महत्वपूर्ण बात जान लीजिए की कश्मीर पहोचने के बाद आपका प्रीपेड सिम कार्ड वहा काम नहीं करेगा, आपको पोस्टपेड सिम कार्ड ही लेकर जाना होगा। धन्यवाद!

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